Botton mashroom m001
बटन मशरूम उगाने के लिए कम्पोस्ट कैसे तैयार करें, आइए जानते हैं
https://hindi.krishijagran.com/farm-activities/button-mashroom-compost-in-hindi/
बटन मशरूम उगाने के लिए कम्पोस्ट कैसे तैयार करें, आइए जानते हैं
भारत समेत कई देशों में बटन मशरूम की खेती का चलन खूब बढ़ रहा है.. दरअसल, बटन मशरूम खाने में काफी स्वादिष्ट होती है इसलिए बाजार में हमेशा मांग बनी रहती है. इसे उगाने के लिए एक विशेष विधि से तैयार की गई कम्पोस्ट खाद का उपयोग किया जाता है. जिसे हम दो विधि से बना सकते हैं. एक साधारण विधि है तो दूसरी निर्जीवीकरण विधि.
मशरूम उगाने के लिए कम्पोस्ट तैयार करने की साधारण विधि (How to prepare compost by simple method for Mushroom Cultivation)
यह एक साधारण और आसान विधि है जिससे कम्पोस्ट खाद तैयार करने में 20 से 25 दिन का समय लगता है. इसे बनाने के लिए 100 सेंटीमीटर लंबाई, 50 सेंटीमीटर चौड़ाई और 15 सेंटीमीटर ऊंचाई वाली पेटियों की जरूरत पड़ती है. 15 पेटियों के लिए कम्पोस्ट खाद तैयार करने में निम्न सामग्री की जरूरत होती है:
ढाई क्विंटल गेहूं या धान का भूसा जो 10-12 सेमी. लंबाई में कटा हो.
20 से 25 किलो गेहूं या धान की भूसी.
4 किलो अमोनियम सल्फेट या फिर कैल्शियम अमोनियम नाइट्रेट.
3 किलो यूरिया.
20 किलो जिप्सम.
6.10 मिलि लीटर मैलाथियॉन.
क्या है विधि (What is the Method)
सबसे पहले गेहूं या धान के भूसे को 8 से 10 तह में बिछाए. जिसके बाद उसे पानी से अच्छी तरह भिगोएं. 16 से 18 घंटे के बाद उसमें जिप्सम या कीटनाशक को छोड़कर सभी सामग्रियों को मिला दें. इसके बाद तैयार सामग्री का एक मीटर चौड़ाई, एक मीटर उंचाई और समान लंबाई को ढेर बनाकर 3 से 4 दिन के लिए खुली हवा में फर्श पर खोलकर छोड़ दें. अगर इसका गीलापन कम हो जाए तो उस पर पानी का छिड़काव कर देना चाहिए. भूसे की तीसरी पलटाई के दौरान उसमें जिप्सम की आधी मात्रा मिला दें. चौथी पलटाई में इसमें जिप्सम की बाकी मात्रा दें. वहीं पांचवी और अंतिम पलटाई में 10 मिली लीटर मैलाथियान को 5 लीटर पानी में मिलाकर भूसे पर छिड़कें. इसके बाद इसे भूसे में अच्छे से मिलाए. 3 से 4 दिन में कम्पोस्ट खाद तैयार हो जाएगी जिसे आप पेटियों में भर दें.
https://www.krishisewa.com/articles/21-production-technology/40-button-mushroom-cultivation.html
https://m.bhaskarhindi.com/state/news/produce-mushrooms-in-10x10-room-and-earn-more-money-47745
डिजिटल डेस्क, नागपुर। मानेवाड़ा में रहने वाले अभिमन्यु डोंगरवार के घर पर अकसर युवाओं और किसानों की भीड़ लगी रहती है। इन युवाओं और किसानों में छोटी जगह और कम लागत में मशरूम उत्पादन की तकनीक सीखने की होड़ रहती है। शहर के ग्रामीण इलाके के अलावा गोंदिया, गड़चिरोली और चंद्रपुर के किसान भी पहुंचते हैं। पिछले करीब 4 सालों से खुद के जज्बे, आत्मविश्वास और मेहनत के बल पर अभिमन्यु ने घर के छोटे से हिस्से में मशरूम उत्पादन कर दिखाया है। इस मशरूम को शहर के सुपर शॉप, बेकरी और दुकानों तक पहुंचाया जाता है। रसायन और हानिकारक दवाइयों के बगैर उत्पादित मशरूम को लोगों में खासा पसंद भी किया जा रहा है।
इनमें बटन मशरूम, ओइस्टर मशरूम, गैनोडर्मा और पैडीस्ट्रा (भुंगुंडी) का समावेश है। नागपुर के बाजार में प्रतिमाह 2 टन ओइस्टर मशरूम की खपत होती है, जबकि बटन, शिटाके और पैडीस्ट्रा मशरूम की प्रतिमाह खपत लगभग 2 टन होती है। हालांकि मुंबई, पुणे समेत अन्य महानगरों में प्रतिदिन की खपत ही करीब 2 से 4 टन तक होती है।
Zzzzzzzzzz
https://www-agrifarming-in.translate.goog/top-22-steps-ways-to-boost-mushroom-yield-how-to-increase-production-quality-and-size?_x_tr_sl=en&_x_tr_tl=hi&_x_tr_hl=hi&_x_tr_pto=tc,sc
Zzzzzzzzz
Watch
Morel Mushroom(Guchhi) One Of The Most Expensive Mushr
https://youtu.be/Vz5AiB5FDkA
Zzzzzzzzzzz
https://hindi.krishijagran.com/farm-activities/cultivate-this-crop-easily-even-in-less-space-there-will-be-10-times-profit/
Zzzzzzzzzzz
https://youtu.be/6vejioAoqOY
https://youtu.be/DDPy8TEj8SI
https://youtu.be/0Qy1eTxDS7I
इसमें बताया गया है कि बटन मशरूम उत्पादन में कोई धोका नहीं है लेकिन आयस्टर में धोका है वह भी बेचने में कि आप उत्पादन करो हम खरीद लेंगे।